Litecoin(LTC)

बाजार में धूम मचा रही है Litecoin Cryptocurrency……………. दाम में भी है कम, फिर भी दे रहा Bumper return

Bitcoin के बाद आया Litecoin, दे रहा बंपर रिटर्न

Bitcoin के बारे में तो आप जानते ही होंगे। पिछले करीब एक महीने से यह Cryptocurrency हर घंटे बाजार में नए-नए रिकॉर्ड कायम कर रही है। इस डिजीटल करेंसी ने अपने निवेशकों को एक महीने के दौरान ही बड़ा रिटर्न दिया है।  Litecoin एक Cryptocurrency है Bitcoin की तरह ही, लेकिन ये बिलकुल ही अलग तरह की Protocol को follow करते हैं। ये एक Digital Money का प्रकार है जो की अपने Transaction को पूर्ण करने के लिए BlockChain का इस्तमाल करता है जिससे की आसानी से Public Ledger को Maintain किया जा सके। अगर हम Litecoin की Official Website को देखें तो उसमें लिखा है की Litecoin के Peer-to-Peer Internet Currency हैं, जिसमें की Instantly (तुरंत)  आप किसी को भी Payment भेज सकते हैं और वो भी बहुत ही कम Fees में।

अब बात करते है Litecoin क्या है

Litecion एक Digital Money का प्रकार है जो की अपने Transaction को पूर्ण करने के लिए BlockChain का इस्तमाल करता है जिससे की  आसानी से Public ledger को Maintain किया जा सके।  Litecoin का Used  (उपयोग)  Fund Transfer करने के लिए Individuals (व्यक्तियों ) और Businesses  (व्यवसायों) के बिच होता है, और ऐसा करने के लिए कोई भी Intermediary (बिचौलियों) जैसे की Bank और Payment Processing Pervice की जरूरत नहीं होती। इस प्रकार के Features (विशेषताएं) होने के कारण ही Litecoin ने बहुत ज्यादा Fame (प्रसिद्धि) प्राप्त कर ली है।

यदि कोई Cryptocurrency Bitcoin और XRP के बाद Market में Tehelka मचाये हुए है तो वो है Litecoin. Litecoin दुनिया का पांचवा सबसे बड़ा Cryptocurrency बनकर उभरा है। Litecoin भी दुसरे Online Payment System के तरह ही काम करता है,जैसे हम Paypal या किसी Online Banking में किसी दुसरे User को पैसे भेजते हैं ठीक वैसे ही Litecoin में भी हम दुसरे व्यक्ति को आसानी से पैसे भेज सकते हैं।

Example (उदाहरण)  जैसे हमारी Traditional (पारंपरिक) Currency को Federal Reserve या सरकार बनाती है ठीक उसके विपरीत Litecoin को कोई सरकार नहीं बनती या कोई ऐसे Institution (संस्थान) भी नहीं बनाती, बल्कि इसके Transaction ब्लॉक (लेन-देन ब्लॉक) की गणना कर इसे Mine किया जाता है। ये भी एक प्रकार की De-centralized Currency (विकेंद्रीकृत मुद्रा) है।

Litecoin की शुरुवात कहाँ, कब और किसने की

Litecoin को साल  7. Oct. 2011 में Charlie Lee (चार्ली ली) के द्वारा बनाया गया था, ये एक Ex-Google Employees हैं। Litecoin को Bitcoin का एक Complement के तोर पर बनाया गया था, जिससे की Problems (समस्या ) जैसे की Concentrated Mining Pool और Transaction Timings (लेन-देन का समय) को हल किया जा सके।

Litecoin का Code Bitcoin के Core Code से लिया गया है,  जिसे बाद में Charles Lee के द्वारा Modify (संशोधित) कर दिया गया है। इस बदलाव का कारण Charles lee बताते हैं की  वो इस Currency को Large Scale Adoption करना चाहते थे इसलिए उन्होंने इसके Protocol को अपने हिसाब से Modify कर दिया।

Lee चाहते थे की Block Confirmation Timings को बहुत हद तक कम कर दिया जाये जिससे की ज्यादा से ज्यादा मात्रा में Transactions को Confirm किया जा सके। इसलिए Lee ने Litecoin की Transaction Speed को Titcoin के मुकाबले 4 गुना तक बढ़ा दिया है।

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