Blockchain

Blockchain क्या है? और कैसे काम करता है!

Blockchain क्या है और कैसे काम करता है?

इन दिनों हर कोई दूसरा शख्स आपको Bitcoin और Blockchain पर बात करता दिख जाएगा। क्या हर दूसरे बोलने और सुनने वाले को Blockchain का मतलब पता है, यही सवाल सबसे बड़ा है। अक्सर हम Term पर बात करने और उस पर खेलने से नहीं चूकते हैं, भले ही हमें उसके बार में गहराई से पता हो या न हो। खैर हम सुनिश्चित करेंगे आप इसे पढ़ने के बाद ब्लॉकचेन का नाम सुनने पर न सिर्फ आप इस पर अपना Response ( प्रतिक्रया) दें पाएं, बल्कि इसका Poisoning (विषलेषण ) भी कर सकें।

क्या आप जानते है Bitcoin का सम्बन्ध Blockchain से है| Bitcoin के पीछे की technology क्या है। ब्‍लॉकचेन कैसे काम करता है । इस सवाल का जवाब जानने के लिए आपको Blockchain Technology के बारे में जानना जरूरी है।

ब्‍लॉकचेन तकनीक हमारे IT industry को उस प्रकार से बदलने वाला है जैसे की Open-source software ने एक दशक पहले किया था व् जिस प्रकार Linux करीब एक दशक से Modern Application Development (आधुनिक अनुप्रयोग विकास) का मूल रहा है, ठीक वैसे ही Blockchain भी आने वाले समय में एक बहुत ही बेहतरीन जरिया बनने वाला है जैसे की Information Share करने का, और जो की Lower Cost होगा और बड़ी आसानी से इसे Implement किया जा सकता है|

माना की Blockchain को अपनाने की गति बहुत ही धिमी है, लेकिन Technology Experts (प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ ) का मानना है की आने वाले समय में यह गति धीरे-धीरे तेज होने वाली है, जो की हमारे लिए एक बहुत ही अच्छी बात है| भविष्य में यह Technology पुरे दुनिया को बदलने वाली है। आइये हम बात करते है ब्लॉकचैन की।………………..

आखिरकार ये Blockchain है क्या

ब्लॉकचेन को जानने से पहले आप इस बात को बखूबी समझ लें, कि Blockchain technology और Bitcoin दोनों गंगा के दो अलग किनारे हैं। यानी दोनों पूरी तरह से अलग हैं। Blockchain एक Digital ledger है। लेकिन क्या आप जानते हैं की Ledger क्या है? Ledger एक ऐसी Book है जो की ऐसे Account रखती है, जहाँ Debits और Credits Transactions Post होते हैं वो book से जहाँ की Original Entry होते हैं।या यूँ कहे की Original book से Entry इस ledger में Update होते हैं।

ब्‍लॉकचेन तकनीक एक ऐसी तकनीक है, जिसमें क्रेता, विक्रेता (Buyer, seller) के मध्य सीधा ही पैसे का Transfer किया जाता है| इस Transaction (ट्रांजेक्‍शन) में किसी भी Middlemen (बिचौलियों ) की आवश्यकता नहीं होती है। वर्तमान में दो लोगों के बिच में पैसों का Transfers (स्थानान्तरण) Third Parties (तीसरे पक्ष) के माध्यम से ही होता है, जैसे Bank, PayPal, Money Transfer आदि और हमें इन लेन देन के लिए सेवा शुल्क अधिक देना होता है।

ब्लॉकचेन एक टेक्नोलॉजी, एक Platform हैं, जहां न सिर्फ Digital currency बल्की किसी भी चीज को डिजिटल बनाकर उसका रिकॉर्ड रखा जा सकता है। यानी ब्लॉकचैन एक डिजिटल लेजर हैं। वहीं बिटक्वॉइन एक डिजिटल माध्यम है, जिसके जरिए हम और आप या कोई अन्य कुछ चीजें बेंच औऱ खरीद सकता है। हालांकि इसे करेंसी कहना गलत हैं, क्योंकि इसकी असल दुनिया में कोई वैल्यू नहीं हैं। हम कह सकते हैं की एक Blockchain digitized, decentralized, public ledger होती है।

अगर इसकी Shot definition (परिभाषा) देखी जाए तो – एक सिस्‍टम जिसमें Bitcoin या किसी अन्य Cryptocurrency में किए गए लेन-देन का रिकॉर्ड कई कंप्यूटरों में बनाए रखा जाता है जो कि Peer-to-peer network से जुड़े होते हैं ब्‍लॉकचेन टेक्नोलॉजी कहलाती है।

ब्‍लॉकचेन किसने बनाया है

Blockchain Technology को 2008 में Bitcoin के Mysterious founder (रहस्यमय संस्थापक) या संस्थापकों द्वारा प्रकाशित किया गया था, (जिसे केवल Satoshi Nakamoto के रूप में जाना जाता है), ताकि वो इसे Cryptocurrency Bitcoin में, उसके Public Transaction ledger के हिसाब से कर सकें।

5 अप्रैल, 1975 को जन्मे जापान के रहने वाले एक व्यक्ति के शुरुआती पत्रों में दावा करने वाले नाकामोटो के दावे के साथ इस निर्विवाद रूप से शानदार कोडर की असली पहचान की अटकलें आज भी जारी हैं।

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